छत्तीसगढ़ के नगरीय निकाय चुनाव में इस बार महिला मतदाताओं की निर्णायक भूमिका रहेगी। 14 नगर निगमों में से दस में चुनाव होने हैं, इसमें से आठ में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से ज्यादा है।
नगरीय निकायों में 44,74,269 शहरी मतदाताओं में से 22,00,525 पुरुष, 22,73,232 महिला और 512 अन्य मतदाता हैं। वर्ष 2004 में हुए पहले नगरीय निकाय चुनाव में कुल 28 लाख 34 हजार 547 मतदाता थे। 2019 के निकाय चुनावों की तुलना में इस बार पांच लाख अधिक मतदाता सूची में जोड़े गए हैं।
महिला मतदाताओं की संख्या अधिक
पिछले चुनाव में पुरुष मतदाताओं की संख्या महिलाओं से अधिक थी, लेकिन इस बार यह स्थिति उलट गई है। रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़, अंबिकापुर, धमतरी, दुर्ग, राजनांदगांव और जगदलपुर में महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है।
कोरबा और चिरमिरी नगरपालिक निगम में पुरुषों की तुलना में महिला मतदाताओं की संख्या कम है। चुनावी विश्लेषकों का मानना है कि महिला मतदाताओं की बढ़ती संख्या राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकती है।
आमतौर पर महिलाएं मतदान के प्रति अधिक गंभीर रहती हैं और उनका मतदान प्रतिशत पुरुषों की तुलना में अधिक रहता है। ऐसे में इस बार के निकाय चुनावों में महिलाओं की भागीदारी एक निर्णायक भूमिका निभा सकती है।
मतदान करने लिए मिलेगी छुट्टी
प्रदेश में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव के लिए सार्वजनिक अवकाश रहेगा। सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से इस संबंध में पहले ही आदेश जारी किया जा चुका है। इसमें कहा गया है कि 11, 17 और 20 फरवरी को सार्वजनिक अवकाश रहेगा।
यह अवकाश उन क्षेत्रों में लागू होगा जहां मतदान होना है। इसमें यह भी स्पष्ट किया गया है कि 23 फरवरी को भी मतदान होना है। हालांकि इस दिन रविवार है, इसलिए अलग से सामान्य अवकाश की घोषणा नहीं की गई है।
गैरदलीय आधार पर होगा चुनाव
प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव अंतर्गत जिला पंचायत सदस्य के 433, जनपद पंचायत सदस्य के 2973, ग्राम पंचायत (सरपंच) के 11,672 और वार्ड (पंच) के 1,60,180 पदों के लिए मतदान कराए जाएंगे।
नगरीय निकायों के निर्वाचन दलीय आधार पर होंगे। वहीं, त्रिस्तरीय पंचायतों का निर्वाचन गैरदलीय आधार पर होंगे। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए मतदान 17, 20 और 23 फरवरी और मतगणना 18, 21, 24 को होगी।