कोरबा/रायपुर, 27 सितंबर 2025: छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल बढ़ाते हुए भाजपा के वरिष्ठ आदिवासी नेता और पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने मुख्यमंत्री निवास के सामने धरने पर बैठने का ऐलान किया है। यह कदम उन्होंने तब उठाया जब उनकी कोरबा कलेक्टर अजीत वसंत को हटाने की मांग पूरी नहीं हुई।
तीन दिन की अल्टीमेटम पूरी नहीं:
22 सितंबर को ननकीराम कंवर ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कलेक्टर को तीन दिन के भीतर हटाने की मांग की थी। चार पन्नों के पत्र में उन्होंने 14 बिंदुओं पर गंभीर आरोप लगाए और कलेक्टर को “हिटलर” तक कहा था। समय सीमा निकल जाने के बाद भी कोई कार्रवाई न होने पर उन्होंने धरने का फैसला किया।
आरोप और आरोपों का कारण:
रायपुर कलेक्टर को लिखे पत्र में ननकीराम कंवर ने कहा कि उनकी शिकायतों पर जानबूझकर ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में शराब, कोयला, दवा खरीदी और पीएससी भर्ती घोटालों का खुलासा उन्होंने किया था, जिसके बाद दोषियों पर कार्रवाई हुई थी। लेकिन वर्तमान मामले में अधिकारी मुख्यमंत्री को गुमराह कर रहे हैं।
राजनीति और ब्यूरोक्रेसी में हलचल:
ननकीराम कंवर के इस ऐलान के बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति गरमा गई है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी स्तर पर समय रहते डैमेज कंट्रोल होता है या पूर्व गृहमंत्री अपनी जिद पर कायम रहते हैं।

