Child Theft डोंगरगढ़, छत्तीसगढ़ | 11 अक्टूबर 2025| धर्मनगरी डोंगरगढ़ में शनिवार सुबह उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब दो संदिग्ध युवकों ने एक 10 वर्षीय मासूम को अगवा करने की कोशिश की। लेकिन बच्चे की हिम्मत और सूझबूझ ने न सिर्फ उसकी जान बचाई, बल्कि आरोपियों को पकड़वाने में भी अहम भूमिका निभाई।
घटना वार्ड नंबर 22 की है, जहां मनीष लहरे नामक बच्चा रोज की तरह घर के बाहर खेल रहा था। इसी दौरान दो अजनबी युवक वहां पहुंचे, जिनके कपड़े और व्यवहार संदिग्ध थे। उन्होंने पहले बच्चे के सामने चादर फैलाकर भीख मांगी, फिर जैसे ही मौका मिला, मनीष को पकड़ने की कोशिश की और उसका मुंह दबाकर जबरन ले जाने लगे।
बच्चा बना हीरो, बहादुरी से बचाई खुद की जान
बच्चे ने पूरी ताकत से खुद को छुड़ाया और दौड़कर घर पहुंचा। रोते हुए उसने अपने पिता और मोहल्लेवालों को पूरी घटना बताई। खबर सुनते ही इलाके में हड़कंप मच गया और दर्जनों लोग एकत्रित होकर संदिग्ध युवकों की तलाश में निकल पड़े।
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ग्रामीणों ने की घेराबंदी, आरोपियों को जंगल से पकड़ा
करीब दो घंटे की खोजबीन के बाद दोनों युवक ग्राम चौथना के पास जंगल की ओर भागते मिले। गुस्साए ग्रामीणों ने दोनों को पकड़कर जमकर पिटाई की और फिर 112 नंबर पर सूचना देकर पुलिस के हवाले कर दिया।

