बिलासपुर। इंटक से संबद्ध साउथ ईस्टर्न कोयला मजदूर कांग्रेस (SEKMC ) में नेतृत्व को लेकर जारी विवाद अब छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय तक पहुंच गया है। संगठन की कमान को लेकर अंदरूनी खींचतान तेज हो गई है, जिससे मजदूर राजनीति में हलचल मची हुई है।माननीय न्यायालय में संपत शुक्ला और रमेश चंद्र मिश्रा द्वारा चुनौती दी गई थी
हाईकोर्ट का बड़ा फैसला
उच्च न्यायालय ने एसईसीएल के महाप्रबंधक (औद्योगिक संबंध) द्वारा जारी किए गए पत्र के प्रभाव और संचालन को आगामी सुनवाई तक स्थगित कर दिया है। इससे संगठन के वर्तमान पदाधिकारियों को राहत मिली है, लेकिन इससे विवाद और गहराने की संभावना भी जताई जा रही है।
क्या है कुर्सी की लड़ाई?
साउथ ईस्टर्न कोयला मजदूर कांग्रेस में लंबे समय से नेतृत्व को लेकर खींचतान चल रही है। संगठन में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों और दावेदारी को लेकर अंदरूनी संघर्ष तेज हो गया है। इसी कड़ी में एसईसीएल के महाप्रबंधक (औद्योगिक संबंध) की ओर से जारी पत्र पर आपत्ति जताते हुए इसे न्यायालय में चुनौती दी गई थी। अब हाईकोर्ट के इस फैसले के बाद स्थिति और पेचीदा हो गई है।