सक्ती पुलिस की सक्रियता, पेशेवर दक्षता और अथक परिश्रम ने एक जटिल ब्लाइंड मर्डर मामले को सुलझा कर जनता का विश्वास और भी मजबूत किया है।घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने बिना समय गंवाए स्थल निरीक्षण किया और बारीकी से साक्ष्यों का संकलन प्रारंभ किया। प्रथम दृष्टया कोई ठोस सुराग न होने के बावजूद, पुलिस अधिकारियों की पैनी नजर, वैज्ञानिक तरीकों से जाँच तथा आधुनिक तकनीक के कुशल प्रयोग ने मामले को सुलझाने में निर्णायक भूमिका निभाई। दिनांक 29.09.2025 को रात्रि लगभग 7ः30 से 09ः00 बजे के बीच ग्राम गिरगिरा निवासी हरिहर साहू की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। सूचना पर तत्काल थाना प्रभारी गगन बाजपेई हमराह स्टाफ के साथ मौके पर पहुँचे और पाया कि मृतक मकान मालिक कमल कुमार साहू के घर की रखवाली कर रहा था तभी अज्ञात हमलावरों ने बेरहमी से धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी।
पुलिस ने वैज्ञानिक तरीके से क्राइम सीन यूनिट और फिंगरप्रिंट विशेषज्ञ की मदद से साक्ष्य एकत्र किए। पुलिस अधीक्षक अंकिता शर्मा ने तत्काल चार टीम का गठन कर अलग-अलग क्षेत्रों पर जांच करने हेतु टीम गठित की जिनके द्वारा सीसीटीवी फुटेज एवं संदिग्ध लोगों की जांच पड़ताल मोबाइल नंबरों का गहन जांच एवं आसपास के समस्त क्षेत्र के लोगों से पूछताछ करने की हिदायत देकर निर्देशित किया गया
संपूर्ण जांच में कई लोगों से पूछताछ एवं कई नंबरों की गहन जांच के पश्चात आखिर कार शक्ति पुलिस की टीम ने संदेही को चिन्हित कर आसपास की जिलों में तत्काल दबिश देकर आरोपियों के संभावित ठिकानों पर रेड कार्रवाई कर एक संदेही को हिरासत में लिया
संदेह के आधार पर हिरासत में लिए गए सचिन कुमार सहीस (निवासी बीरभांठा चैक, मालखरौदा) ने पूछताछ में अपना जुर्म कबूल किया।
आरोपी ने बताया कि उसने अपने दो साथी शंम्भू पटेल, के0के0 उर्फ राजेश नाग के साथ मिलकर उक्त अपराध को किया है
चोरी करने की नीयत से ग्राम गिरगिरा में पूर्व से ही रेकी कर कमल साहू के घर में घुसे और मकान की रखवाली कर रहे हरिहर साहू की हत्या कर दी।
आरोपी की निशानदेही पर बैटरी चोरी के लिए प्रयुक्त लाल मुठ वाला प्लास बरामद किया गया। आरोपी सचिन कुमार साहिस पिता हेम लाल सहिस उम्र 20 वर्ष को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय पेश किया गया
अन्य आरोपीयों की गिरफ्तारी हेतु विशेष टीम गठित कर खोजबीन की जा रही है।
पुलिस अधीक्षक महोदय के निर्देशन एवं नेतृत्व क्षमता में गठित विशेष टीम ने लगातार दो दिनों तक अथक परिश्रम किया। पुलिसकर्मियों की सतर्कता, तकनीकी शाखा का सहयोग और जाँच में अपनाई गई तार्किक रणनीति के परिणामस्वरूप हत्या के असली कारण और आरोपियों का पर्दाफाश हो सका।
इस उपलब्धि ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि सक्ति पुलिस अपराधियों के प्रति सख्त और जनता की सुरक्षा के प्रति पूर्णतरू समर्पित है। कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी सत्य को सामने लाना पुलिस की प्राथमिकता है। पुलिस अधीक्षक सुश्री अंकिता शर्मा ने समस्त अधिकारी एवं कर्मचारियों को नगद राशि प्रदान कर प्रोत्साहित किया।

